गन्ने के रस के 10 शीर्ष स्वास्थ्य लाभ
Alpa Momaya
April 5, 2023
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April 5, 2023
चिलचिलाती गर्मी की धूप में, एक ग्लास गन्ने के रस से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। हम सभी के मन में गन्ने के रस के बारे में सोचने पर यही ख़याल आता है। पर क्या आप ये जानते हैं की गर्मियों में राहत देने वाले इस गन्ने के रस के अनेक स्वास्थ्य लाभ भी हैं? गन्ना, जो एक घांस रुपी पौधा है, लगभग 36 किस्मों में पाया जाता है।
गन्ने का रस शत प्रतिशत प्राकृतिक एवं पूर्णतः वसा-रहित (फैट-फ्री) पेय है। एक ग्लास (लगभग 240 मिलीलीटर) शुद्ध गन्ने के रस में लगभग 250 कैलोरी और 30 ग्राम प्राकृतिक शक्कर (शुगर) पाए जाते हैं। हालांकि यह वसा (फैट), कोलेस्ट्रॉल, फाइबर और प्रोटीन रहित है, पर इसमें सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे तत्त्व मौजूद हैं। हमें तरोताज़ा रखने के अलावा गन्ने के रस में कई स्वास्थवर्धक खूबियां है जिनमे से कुछ खूबियां इस लेख में साझा की गई हैं।
गन्ने के रस के एक हिस्से (क़रीबन 28.35 ग्राम) में निम्न पोषक तत्व पाए जाते हैं:
हम सभी ने गर्मियों के दिनों में सड़क किनारे गन्ने के रस के लिए लम्बी लम्बी क़तारें तो देखि ही हैं। ये क़तारें सिर्फ इसके स्वाद के लिए नहीं हैं, बल्कि इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि गन्ने का रस हमें तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। ये तो सभी को ज्ञात है कि हमारा शरीर को ऊर्जा देने में प्राकृतिक शक्कर का बहुत महत्त्व है। इसीलिए, चिलचिलाती गर्मियों की धूप में हमें ऊर्जावान बनाने और तरोताज़ा रखने के लिए गन्ने का रस सर्वश्रेष्ठ पेय है। इसमें मौजूद प्राकृतिक एवं सरल (सिंपल) शुगर को हमारा शरीर आसानी से सोख लेता है, जिसकी वजह से हमारा शुगर लेवल भीषण गर्मी में भी संतुलित बना रहता है।
गन्ने के रस को लिवर से जुड़े रोगों, जैसे पीलिया (जॉन्डिस), के लिए रामबाण माना जाता है। अध्ययनों और शोध से यह पता चलता है कि गन्ने का रस क्षारीय (एल्कलाइन) प्रकृति का होता है, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।
गन्ने के रस में बड़ी मात्रा में मौजूद मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैंगनीज इसे क्षारीय (एल्कलाइन) प्रवृति का बनाते है। फ्लावनोईड की उपस्तिथि शरीर को कैंसर प्रकोष्ठों (सेल्स), विशेषकर प्रोस्टेट और ब्रैस्ट कैंसर, से बचाने में मदद करती है।
गन्ने का रस पाचन तंत्र की समस्या से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद पोटैशियम, पेट के पीएच स्तर को संतुलित करता है और पाचन तंत्र के रसों के स्राव में सहायता करता है। ये पेट के संक्रमण को रोकने में भी मददगार है।
गन्ने के रस में मौजूद प्राकृतिक शक्कर मधुमेह (डायबिटीज) रोगियों को इसका सेवन करने से परहेज करने पर मजबूर कर सकती है। हालांकि, यदि संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए तो गन्ने का रस मधुमेह रोगियों को लाभ पहुंचा सकता है। प्राकृतिक (नेचुरल) शुगर का ग्लाय्केमिक इंडेक्स कम होता है जो रक्त (ब्लड) शुगर के स्तर में अचानक आने वाली बढ़ोत्तरी को रोकता है।
गन्ने के रस में कोलेस्ट्रॉल और सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कोई सैचुरेटेड फैट (संतृप्त वसा) उपस्थित नहीं होता। यह गुर्दे (किडनी) को स्वस्थ बनाये रखने में मददगार होता है।
यदि गन्ने के रस को पानी में मिलाकार, नींबू के रस और नारियल पानी के साथ सेवन किया जाए, तो यह यौन संचारित रोगों (एसटीडी), मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई), गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन) और प्रोस्टेटाइटिस के कारण हुई शरीर की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
प्राचीन भारत में गन्ने को चबाना छोटे बच्चों और किशोरों के लिए एक नियमित क्रिया हुआ करती थी। यह उन्हें व्यस्त रखने के अलावा गन्ने के रस में मौजूद कैल्शियम कंकाल तंत्र, हड्डियों और दांतों के समुचित विकास को भी सुनिश्चित करता है।
दांतों की सड़न की वजह से सांसों में दुर्गन्ध एक आम समस्या है, जिससे कई लोग परेशान हो सकते हैं। ऐसे मामलों में गन्ने का रस एक वरदान हो सकता है। गन्ने में कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे खनिज भरपूर मात्रा में उपस्तिथ हैं जो दांतों की ऊपरी परत (इनेमल) को बनाये रखने और दांतों को मजबूत करने में मददगार हैं। यह दांतो को सड़न से बचाता हैं। साथ ही, यह पोषक तत्वों, जैसे कैल्शियम और फ़ास्फ़रोस, की कमी के कारण होने वाली सांसों की दुर्गंध को भी दूर करता है।
गन्ने के रस का उपयोग मुहांसों जैसी त्वचा की समस्याओं को कम करने और ठीक करने में मदद करने की क्षमता रखता है। गन्ने के रस में ग्लाइकोलिक एसिड जैसे अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए) होते हैं, जो सेल्स की संख्या को बढ़ाते हैं। ये त्वचा की खराब परत को हटाने (एक्सफोलिएट) में भी मदद करता है, जिससे मुंहासे बनने की संभावना समाप्त हो जाती है। इसे उपयोग करने का तरीक बहुत आसान है। मुल्तानी मिट्टी के साथ गन्ने के रस को मिलाकार चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। अंत में ठंडे पानी से इसे धो लें।
गन्ने के रस में मौजूद शक्कर (शुगर) प्राकृतिक है, पर अंत में यह है तो शक्कर ही। इसीलिए इस पेय का सेवन संतुलित मात्रा में करें। साथ ही, यदि आप किसी बीमारी से पीड़ित है तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
A. प्रतिदिन गन्ने का रस पीने के अन्य स्वास्थ्यवर्धक लाभ हैं। इसमें कम कोलेस्ट्रॉल, सोडियम और शून्य सैचुरेटेड फैट (संतृप्त वसा) होने के कारण ये आपके गुर्दे (किडनी) के लिए लाभकारी है। ज्यादा मात्रा में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन और मैंगनीज इसे क्षारीय (एल्कलाइन) प्रवृति का बनाते हैं। फ्लैवोनॉइड की मौजूदगी शरीर को कैंसर, विशेषकर प्रोस्टेट और ब्रैस्ट कैंसर से लड़ने में मदद करती है। कैल्शियम से भरपूर गन्ने का रस कंकाल तंत्र के निर्माण और इस से जुड़ी समस्या से निपटने में कारगर है। यह पाचन तंत्र की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए विशेष लाभकारी है। इसमें मौजूद पोटैशियम पेट के पीएच स्तर को बनाये रखता है और पाचन तंत्र के रसों के स्राव में सहायता करता है | ये पेट के संक्रमण को रोकने में भी मददगार है। हालांकि, आपको यह ध्यान रल्हन होगा की इसका सेवन बहुत ही संतुलित मात्रा में करें।
A. गन्ने में काफी अधिक मात्रा में सुक्रोस (एक तरह की शुगर) पाई जाती है। यह आपको त्वरित ऊर्जा (एनर्जी) प्रदान करती है और आपके शरीर में ग्लूकोस का संचार करती है। यह शरीर में पानी की कमी से होने वाली कमजोरी को भी दूर करता है।
A. देर तक धूप में रहने के बाद गन्ने का रस अत्यंत फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर को तुरंत तरोताज़ा करता है और आपको पोषण देता है। आप व्यायाम के बाद भी गन्ने के रस का लाभ उठा सकते है।
A. क्योंकि नारियल पानी का उसके बिलकुल प्राकृतिक रूप में सेवन किया जाता है, इस कारण से इसे गन्ने के रस के ऊपर प्राथमिकता देनी चाहिए, जो प्रोसेस्ड होता है |
A. गन्ने के रस में मूत्रवधक (ड्यूरेटिक) गुण होते है। गन्ने के रस का पान करने से हमारे शरीर के टॉक्सिन्स का नाश होता है, जो हमारे गुर्दे (किडनी) को स्वस्थ रखकर हमें मूत्र मार्ग में होने वाले संक्रमणों (यूटीआई) और गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन्स) से भी बचाता है।
A. गन्ने के रस में प्राकृतिक मिठास होने के बावजूद यह आपका वजन नहीं बढ़ाता। गन्ने के रस में मौजूद सुक्रोस नामक शुगर काफी स्वास्थवर्धक है और शरीर का शुगर लेवल बनाये रखने के लिए जरूरी है। प्रचलित धारणाओं के विरुद्ध गन्ने के रस से आपका मेटाबोलिज्म बढ़ता है जिससे वजन घटने की सम्भावना बढ़ जाती है।
A. गन्ने का रस ठंढा होता है और इसमें ऊर्जा देने वाले गुण भी है। यह खूबियां इसे गर्मियों का पसंदीदा पेय बनाती है। यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता और पेट और मूत्र मार्ग में होने वाले संक्रमणों (यूटीआई) को भी दूर रखता है।
A. नींबू में अपने कई गुण है। यह आपके शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर करता है और आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को बढ़ाता है। नींबू को गन्ने के रस में मिलाने से इन दोनों के गुण और भी ज्यादा असरदार होते है। इसके अलावा नींबू में मौजूद साइट्रस, पीएच के स्तर को बढ़ा देता है और आपके शरीर में मौजूद अशुद्धि के साथ मिलकर पानी में न घुलने वाले कैल्शियम के आर्गेनिक मिश्रण (कंपाउंड) बनता है, जो इस पेय के साथ शरीर से बाहर निकल जाते है।
A. नहीं, इसके सेवन से मधुमेह नहीं होता, फिर भी मधुमेह के मरीजों को इसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। कुछ शोध इस तरफ भी इशारा करते हैं की गन्ने के रस का संतुलित सेवन मधुमेह के मरीजों को फायदा पंहुचा सकता है। प्राकृतिक शुगर का ग्लाय्केमिक इंडेक्स कम होता है जो रक्त (ब्लड) शुगर के स्तर में अचानक आने वाली बढ़ोत्तरी को रोकता है।
A. गन्ने का रस आपके बालों के लिए लाभदायक है क्योंकि यह आपके बालों को तेज़ी से बढ़ने में मदद करता है। हर दिन गन्ने का रस पीने से आपके बाल लम्बे, स्वस्थ और घने बन सकते हैं। गन्ने के रस को सर पर लगाने से बालों को सिरे से पोषण मिलता है और बालों का रूखापन कम होता है।
A. नियमित गन्ने के रस को पीने से शरीर की प्राकृतिक सफाई होती है जिससे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर जाते हैं और मेटाबोलिज्म बढ़ता है। टॉक्सिन्स के शरीर से बाहर जाने और मेटाबोलिज्म के बढ़ने से वजन में भारी गिरावट हो सकती है। हालांकि, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि यह सिर्फ पेट कि चर्बी को कम करता है।